आज आपका पत्र मिला। आप सब वहाँ कुशलपूर्वक हैं, यह जानकर बहुत अच्छा लगा। मैं आगामी परीक्षा की तैयारियों में व्यस्त था इसलिए आपको पत्र नहीं लिख सका। आज ही मेरी वार्षिक परीक्षा समाप्त हुई है। विद्यालय की ओर से कुछ दिनों पश्चात् हिमाचल प्रदेश में एक पर्वतारोहण का प्रशिक्षण देने के लिए शिविर लग रहा है। आप जानते हैं, मैं इस तरह के प्रशिक्षण लेने के लिए पहले से ही इच्छुक था।
हमारे विद्यालय ने यह अवसर देकर मेरे मन की मुराद पूरी कर दी है। अत: मैं भी उसमें भाग लेना चाहता हूँ। इससे मुझे पर्वतारोहण प्रशिक्षण मिलेगा व साथ ही हिमाचल के आसपास के क्षेत्रों में घूमने का अवसर भी मिलेगा। यह शिविर जहाँ मेरे आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, वहीं मुझे अन्य स्थानों को देखने व समझने का अवसर भी देगा।
कृपया इसके लिए मुझे अपनी अनुमति दे दीजिए ताकि मैं अपनी रुचि को पूरा कर सकूँ। आपका सहयोग मेरे लिए महत्वपूर्ण है। घर में सभी बड़ों व माताजी को मेरा प्रणाम कहिएगा तथा छोटों को प्यार। आशा है आप मुझे अनुमति अवश्य देगें। मुझे आपके पत्र का इंतजार रहेगा।