आपका भेजा हुआ जन्मदिन का उपहार कल मिला। पार्सल खोलते ही मन में खुशी की लहर दौड़ गई। उसमें से एक हाथ में पहनने वाली घड़ी निकली और साथ ही कुछ कहानियों की पुस्तकें भी। मुझे बहुत ही अच्छा लगा। कहानियाँ तो मैं उसी समय पढ़ने बैठ गया। ये कहानियाँ मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानवर्धक भी हैं। दूसरे दिन मैं घड़ी पहनकर स्कूल गया था। उसे पहनकर मुझे बड़ा ही गर्व महसूस हो रहा था। मेरे सभी मित्रों द्वारा उसकी प्रशंसा की गई। इस घड़ी के होने से मैं सभी काम समय से कर पाऊँगा तथा समय के महत्व को समझूँगा।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। चाची जी को मेरा चरण स्पर्श कहिएगा तथा छोटे भाई को प्यार। आपके पत्र का इंतजार रहेगा।